22 साल के उम्र में IAS बनने वाले गोविंद के पिता रिक्शा चलाकर उनकी पढ़ाई के लिए पैसे भेजते थे. IAS Govind Jaiswal का नाम उन आईएएस ऑफिसर्स में लिया जाता है, जिनकी कहानी लाखों युवाओं को प्रेरित करने वाली है.एक रिक्शा वाले का बेटा आईएएस ऑफिसर बन गया… यह चर्चा हर किसी के जुबान पर होती है. साल 2006 में सिविल सेवा पास करके IAS Officer बनने वाले बिहार के गोविंद जायसवाल को कौन नहीं जानता.
अब गोविंद एक बार फिर चर्चा में है. दरअसल, आईएएस गोविंद की कहानी पर एक फिल्म बन रही है. इस फिल्म का नाम ‘अब दिल्ली दूर नहीं’ है. यह फिल्म 12 मई 2023 को रिलीज होगी. इस फिल्म के जरिए लाखों युवाओं को प्रेरित करने वाले गोविंद की कहानी बड़े पर्दे पर देखने को मिलेगी. आईएएस गोविंद जायसवाल का नाम उन आईएएस ऑफिसर्स में लिया जाता है, जो बचपन से ही काफी संघर्ष कर इस ऊंचाई तक पहुंचे हैं. गोविंद का बचपन बहुत कठिनाइयों में गुजरा है. गोविंद जायसवाल के पिता एक रिक्शा चालक थे.
22 साल में बनें IAS Officer
गोविंद जायसवाल ने अपनी शुरुआती पढ़ाई एक सरकारी स्कूल से की थी. उसके बाद उन्होंने वाराणसी में हरिश्चंद्र डिग्री कॉलेज से मैथ में ग्रेजुएशन किया था. इसके बाद गोविंद यूपीएससी परीक्षा की तैयारी करने के लिए दिल्ली आ गए थे. गोविंद की पढ़ाई के लिए उनके पिता ने काफी संघर्ष किया है.
गोविंद जब बहुत छोटे थे तब उनकी मां का देहांत हो गया था.गोविंद को रुपये भेजने के लिए उनके पिता कई बार खाना नहीं खाते थे. उन्होंने अपने घाव का इलाज तक नहीं करवाया था. गोविंद जायसवाल ने साल 2006 में 22 साल की उम्र में यूपीएससी की परीक्षा पास की और AIR 48 लाकर साबित कर दिया कि मेहनत और लक्ष्य के आगे गरीबी रोड़ा नहीं बनती है. लेकिन इस सफलता के पीछे की गोविंद के कड़ी मेहनत और उनके पिता का संघर्ष हर छात्र के लिए प्रेरणादायक है.
IAS Govind की कहानी पर फिल्म
IAS गोविंद जायसवाल की कहानी पर बनी इस फिल्म का नाम ‘अब दिल्ली दूर नहीं’ है. इस फिल्म में गोविंद जायसवाल का किरदार इमरान जाहिद निभाएंगे. एक छोटे शहर के गरीब परिवार का लड़का दिल्ली जाकर UPSC की तैयारी करके IAS Topper कैसे बनता है इस फिल्म में दिखाया जाएगा. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ‘अब दिल्ली दूर नहीं’ की अधिकांश शूटिंग दिल्ली के मुखर्जीनगर, दिल्ली विश्वविद्यालय, कमलानगर, राजेंद्रनगर, कनॉटप्लेस, तिहाड़जेल जैसी जगहों पर की गई है.