आज के इस आर्टिकल में टाटा ग्रुप के एक्जीक्यूटिव सिद्धार्थ शर्मा के कुछ बेहतरीन पैरेंटिंग टिप्स को आपके साथ साझा करने वाले हैं , उनके यह टिप्स आपके पैरेंटिंग करने में काफी मददगार साबित होंगे।
बच्चों की परवरिश को लेकर पैरेंट्स को कई तरह की सलाह मिलती है। कोई कहता है टफ रहना चाहिए तो कोई कहता है बच्चों को डिसिप्लिन में रखना जरूरी है तो कोई बच्चों के साथ नरम रहने की सिफारिश करता है। बच्चों के साथ डिसिप्लिन और फन, दोनों को बनाए रखना किसी भी पैरेंट के लिए मुश्किल होगा। हर पैरेंट्स चाहते हैं कि उनके बच्चे को जीवन के हर पहलू में सफलता मिले और वो हेल्दी रहे। ‘द बैटर इंडिया’ द्वारा इंस्टाग्राम पर टाटा ग्रुप (siddharth sharma tata group) एक्जीक्यूटिव सिद्धार्थ शर्मा ने कुछ पैरेंटिंग टिप्स (Parenting tips) शेयर किए हैं। इनके टिप्स आपके भी काम आ सकते हैं।
अपनी पोस्ट में सिद्वार्थ ने लिखा कि ‘मैं आमतौर पर पर्सनल न्यूज पोस्ट नहीं करता है लेकिन आज मैं अपने छोटे बेटे की हार्वर्ड कॉलेज से ग्रैजुएट होने की खुशी मना रहा हूं।’ उन्होंने बताया कि उनके सभी बच्चों ने अच्छी पढ़ाई की है। अक्सर लोग उनसे पूछते हैं कि उन्होंने अपने बच्चों को क्या सीख दी है या कैसे उनकी परवरिश की है। इस पोस्ट के जरिए सिद्धार्थ जी ने पैरेंट्स को कुछ सलाह दी है जो शायद हर इंडियन माता-पिता के काम आ सकती है। आप भी उनकी इस पोस्ट से प्रेरणा या सीख ले सकते हैं।
अपने बच्चों को समय दे: बच्चों के साथ कुछ अच्छा समय बिताना कोई बहुत मुश्किल काम नहीं है। सिद्धार्थ कहते हैं कि बव्वों को उनका समय और प्यार दें। उसे आपके प्यार और टाइम से ज्यादा और कुछ नहीं चाहिए होता है। ये उसे कहीं और से नहीं मिल सकता है। दोनों में से कम से कम एक पैरेंट तो बच्चे के साथ रहे।
आस पास का माहौल : अपने बच्चों के सामने जितने अच्छे काम करेंगे, वो उसे उतना ही ज्यादा नोटिस कर के अपने अंदर लेकर आएंगे। सिद्धार्थ जी कहते हैं कि बच्चे अपने आसपास के माहौल और पैरेंट्स से ही सीखते हैं।
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महिलाओं का सम्मान : आज के बच्चे डिजीटिल दुनिया में जी रहे हैं जिनके चारों ओर जेंडर को लेकर कई तरह की बातें फैली हुई हैं। सिद्धार्थ जी ने कहा कि बच्चों को सबसे पहले औरतों का सम्मान करना सिखाना चाहिए और उन्हें बताएं कि महिलाएं किस तरह हमारे जीवन को समृद्ध और खुशहाल बनाती हैं।
पैसे ही सब कुछ नहीं : सिद्धार्थ जी कहते हैं कि आपके पास चाहे जितना भी हो, बच्चों को पैसों का मूल्य और लोगों एवं उनकी मेहनत की इज्जत करना सिखाना चाहिए। यदि वे मानव प्रयास को महत्व नहीं देते हैं और मिल रहे भोजन का आदर नहीं करते हैं, तो वे जीवन में किसी और चीज को कभी महत्व नहीं देंगे।