इन दिग्गज क्रिकेटरों ने ऐसा क्यों कहा “जब मेरी मृत्यु होगी, उससे पहले मैं धोनी का 2011 WC Final का आखिरी छक्का देखना चाहूंगा!”

भारतीय टीम के सबसे सफलतम खिलाड़ी और पूर्व कप्तान महेंद्र (MS Dhoni) आज अपना 41वां जन्मदिन मना रहे हैं। क्रिकेट इतिहास के पन्ने पर महेंद्र सिंह धोनी का नाम स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाता है। ऐसा इसलिए नहीं कि उन्होंने अपनी कप्तानी भारतीय क्रिकेट टीम को विश्व कप जिताया बल्कि इसलिए कि उन्होंने क्रिकेट जैसे प्रतिस्पर्धी खेल में भी अपने व्यवहारों को हमेशा ऊपर रखा।

हार-जीत के इस खेल में कई ऐसे दौर आये जब धोनी पर ऊँगली उठाई गई और उनकी जमकर आलोचना की गई। धोनी ने इस दौर में भी खेल के साथ-साथ अपने व्यवहार को सर्वोपरि माना। यही कारण है कि क्रिकेट के कई दिग्गज खिलड़ियों ने महेंद्र सिंह धोनी की तारीफ में कसीदे पढ़े। अपने शब्दों के जरिए इन दिग्गजों ने धोनी की तारीफों के ऐसे पुल बांधे कि उन्हें कभी भुलाया नहीं जा सकता। हम माही के 41वें जन्मदिन पर आपको 5 ऐसे बयानों (Praises of MS Dhoni) के बारे में बताएंगे जो सबसे खास रहे हैं।

कपिल देव: “धोनी मेरा हीरो है। हम बहुत बात करते हैं सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग के बारे में, लेकिन इस लड़के में उतनी ही प्रतिभा है जितनी कि इस खेल में किसी और के पास।”

सुनील गावस्कर: “जब मेरी मृत्यु होगी, तब जो आखिरी चीज मैं देखना चाहूंगा वो धोनी का 2011 विश्व कप फाइनल में लगाया अंतिम छक्का है।”

सचिन तेंदुलकर: “जितने कप्तानों की अगुवाई में मैं खेला हूं, उनमें धोनी सर्वश्रेष्ठ है।”

गैरी कस्टर्न: “अगर धोनी मेरे साथ है, तो मैं युद्ध भी लड़ने जा सकता हूं।”

एडम गिलक्रिस्ट: “मेरे लिए सबसे अच्छी तारीफ वो होती है जब कोई कहता है कि वो मुझे खेलते देखने के लिए पैसे देंगे, और मैं ये कह सकता हूं कि मैं एमएस धोनी को बल्लेबाजी करते देखने के लिए पैसे चुकाऊंगा। एमएस अगला गिलक्रिस्ट नहीं है। वो पहला एमएस धोनी है।”

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